अपने तीन दिवसीय यूरोप देशों की यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जहां भारत को निवेश के लिए सबसे अहम दोस्त बताया। वहीं, डेनमार्क,फिनलैंड,स्वीडन और डेनमार्क के प्रमुख नेताओं को खास तोहफा देकर उन्हें भारतीय संस्कृति से रूबरू भी कराया। मोदी ने जहां स्वीडन की पीएम को पश्मीना शॉल दिया। वहीं,फिनलैंड की प्रधानमंत्री को राजस्थान में निर्मित ढाल भेंट किया। आइए जानते हैं कि प्रधानमंत्री मोदी द्वारा दिए गए तोहफों की खासियत।
क्वीन मार्गरेथ को रोगन पेंटिंग दी
डेनमार्क की महारानी क्वीन मार्गरेथ को भी मोदी ने खास उपहार देकर सम्मानित किया। उन्होंने क्वीन को गुजरात में बनी रोगन पेंटिंग भेंट की। कपड़ों पर प्रिंटिंग की यह विशेष कला इसे खास बनाती है। गुजरात के कच्छ में इस कला का बड़े पैमाने पर उत्पादन होता है। इस कला में उबले हुए तेल एवं सब्जियों के रंग का इस्तेमाल होता है।
प्रिंस मैरी को दिया ‘मीनाकरी बर्ड
प्रधानमंत्री मोदी ने डेनमार्क की क्राउन प्रिंस मैरी को वाराणसी की खास पहचान सिल्वर मीनाकरी बर्ड भेंट की। वाराणसी की यह कला करीब 500 साल पुरानी है। इस कला में पर्शियन कला का पुट भी पाया जाता है।
मोदी जी ने भारतीय संस्कृति से जुड़े तोहफे देकर दिल जीता भी जोड़ा भी@narendramodi pic.twitter.com/9iFmpUBEPf
— India First (@OurIndiaFirst19) May 5, 2022
फिनलैंड की प्रधानमंत्री को ‘ब्रास ट्री ऑफ लाइफ दी
मोदी ने फिनलैंड की प्रधानमंत्री सना मरीन को राजस्थान की खासियत ‘ब्रास ट्री ऑफ लाइफ तोहफे में दी। इस पेड़ को जीवन की उन्नति एवं विकास का प्रतीक माना जाता है। इस पेड़ की पत्तियां एवं शाखाएं समावेशी जीवन के विभिन्न रूपों को दर्शाती हैं। पीएम ने नार्वे के प्रधानमंत्री को राजस्थान में निर्मित ढाल भेंट की।
स्वीडन की पीएम को पश्मीना शॉल दिया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वीडन की पीएम मैग्डेलेना एंडरसन को कश्मीरी पश्मीना शॉल तोहफे में दी। कश्मीरी पश्मीना शॉल को उनकी दुर्लभ सामग्री, उत्तम शिल्प कौशल और याद दिलाने वाले डिजाइनों के लिए प्राचीन काल से ही संजोया गया है।
डेनमार्क के प्रधानमंत्री को कच्छ की कला भेंट की
मोदी ने डेनमार्क की प्रधानमंत्री मेटे फ्रेडरिकसन को कच्छ एंब्रॉयडरी वाली ‘वॉल हैंगिंग भेंट की। कच्छ कढ़ाई गुजरात के आदिवासी समुदाय की एक हस्तशिल्प और वस्त्र हस्ताक्षर कला परंपरा है। इसने अपने समृद्ध डिजाइनों के साथ भारतीय कढ़ाई परंपराओं में उल्लेखनीय योगदान दिया है।
पीएम मोदी ने जो तोहफे अपने विदेशी दोस्तों को दिए हैं उनमें एक तरफ भारत की संस्कृति तो दूसरे तरफ भारत की विविधता में एकता की झलक दिखाई देती है और दुनिया में वोकल फॉर लोकल का संदेश भी देती है।