नया भारत की स्पीड हर मोर्चे में बहुत सुपर फास्ट है फिर वो सड़क बनाने का काम हो या फिर रेल लाइन बिछाने का हर सेक्टर में तेजी के साथ विकास की गाथा लिखी जा रही है और हर दिन नये आयाम छूए जा रहे हैं जिसका नतीजा ये हो रहा है कि मोदी राज में हर सेक्टर में रिकार्ड बन रहे है।
हाइवे निर्माण में मोदी सरकार ने बनाया रिकॉर्ड
कहते है अगर किसी देश को तेजी से विकास करना है तो उस देश की सड़क व्यवस्था बहुत बेहतर होनी चाहिए और इसी काम को तेजी के साथ मोदी सरकार करने में जुटी हुई है। देश में राजमार्गों का निर्माण 33 किलोमीटर प्रतिदिन के नए रिकॉर्ड पर पहुंच गया है। इस वित्त वर्ष में अभी तक 11,035 किलोमीटर राजमार्ग का निर्माण हुआ है। वही सरकार की माने तो 31 मार्च तक ये आंकड़ा 40 किलोमीटर पहुंचे वाला है। सबसे खास बात ये है कि ये आंकड़े तब छूए जा रहे है जब देश कोरोना महामारी के कारण थम गया था। इन आंकड़ो को तो आप ने देक लिया लेकिन क्या आपको मालूम है कि 6 साल पहले मोदी सरकार जब सत्ता में नही थी तो राजमार्गों का निर्माण महज 2 किलोमीटर प्रतिदिन हुआ करता था। जो पहले की सरकारों के कामकाज को बताती है। मोदी सरकार की माने तो उन्होने 3.85 लाख करोड़ रुपये के निवेश की 406 परियोजनाएं अटकी हुई थीं। कुछ उपायों की वजह से भारतीय बैंकों को तीन लाख करोड़ रुपये के एनपीए से बचाया जा सका। अड़चनों को दूर करने और राजमार्ग निर्माण की रफ्तार को तेज करने के लिए काफी प्रयास किए गए। इसके तहत 40,000 करोड़ रुपये की परियोजनाओं को रद्द किया गया। इससे सड़क निर्माण की रफ्तार में तेजी लाई जा सकी जिससे आज देश का विकास तेजी से हो रहा है।
रेलवे ने वो किया जिसका था नहीं किसी को अनुमान
पिछल 6 सालो में रेलवे ने भी कई काम ऐसे किये है जो सोचने में ही अचंभित कर देते है। मसलन चिनाब नदी पर पुल का काम हो या फिर नागालैंड की जमीन पर रेल का परिक्षण हो सभी काम रेलवे ने बाखूबी निभाये है। इसके साथ साथ कोरोना काल में भी हजारो मीटर की पटरी बिछाने का काम हुआ है। तो वही सुपौल के सरायगढ़-निर्मली रेलखंड पर आसनपुर-कुपहा से निर्मली तक बड़ी रेल लाइन का निर्माण कार्य पूरा हो गया। जिसके बाद आलम ये था कि ट्रायल रन के लिए आये इंजन की लोगों ने पूजा की साथ ही नारे लगाये कि मोदी है तो मुमकिन है। गौरतलब है कि साल 1934 में भूकंप आने के बाद यहां पर रेल लाइन छ्वत हो गई थी जिसे ठीक करवाने के लिये नेताओं ने दावे तो बहुत किये लेकिन काम सिर्फ मोदी सरकार के आने बाद हुआ। इसी तरह नागालैंड में भी मोदी सरकार ने रेलवे की लाइन बिछा दी है ठीक इसी तरह चिनाब नदी पर बन रहे विश्व के सबसे ऊचे ब्रिज भी लगभग तैयार हो गया है। जो रेलवे द्वारा किये गये कामो को बताता है।
यानी मोदी सरकार ने पिछले 70 साल में जो काम नही हुआ उसे 6 साल में करके दिखा दिया है। इससे सरकार के काम करने की स्पीड आप समझ सकते है और ये भी समझ सकते है कि अगर संकल्प देशसेवा करने का हो तो मुश्किल काम भी आसान हो जाता है।