भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपने दो दिवसीय दौरे पर फिलहाल रूस में हैं जहाँ वो ईस्टर्न इकोनॉमिक फोरम व दोनों देशों के बीच 20वें वार्षिक शिखर सम्मेलन में भाग लेने के पहुंचे हैं|इस मौके पर एक बार फिर भारतीय प्रधानमंत्री मोदी और रुसी राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन की दोस्ती ने नज़ारे देखने को मिले|
आज बुधवार सुबह को पीएम मोदी ने रुसी राष्ट्रपति पुतिन से मुलाकात की| मुलाकात के बाद दोनों नेताओं ने साथ मिलकर रूस के व्लादिवोस्तोक स्थित शिप बिल्डिंग कॉम्प्लेक्स का दौरा किया| इस दौरान मोदी और पुतिन की दोस्ती का एक अलग स्वरुप देखने को मिला|
गार्ड ऑफ़ हॉनर उसके बाद खुद अगुवानी और बाद में गले लगाकर स्वागत
बुधवार को प्रातःकाल में मोदी रूस के व्लादिवोस्तोक पहुंचे थे| यहाँ पहुँचने पर उनका स्वागत पारंपरिक और विशेष गार्ड ऑफ ऑनर देकर किया गया था| मोदी की अगुआनी के लिए भारी तादाद में आप्रवासी भारतीय उनके स्वागत के लिए मौके पर मौजूद थे| इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी शिप कॉम्प्लेक्स के दौरे के लिए लिए जब बंदरगाह पर पहुंचे तो उनके स्वागत के लिए रुसी राष्ट्रपति पुतिन पहले से उपस्थित थे| पुतिने ने गले लगाकर अपने मित्र और भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का स्वागत किया|
इसके बाद दोनों राष्ट्राध्यक्ष एक शिप में सवार होकर बातें करते हुए शिप बिल्डिंग कॉम्प्लेक्स पहुंचे और फिर वहां प्रदर्शन का आनंद उठाया|
#WATCH: PM Modi & Russian President Vladimir Putin on board a ship on their way to Zvezda ship-building complex, Vladivostok. In a special gesture, President Putin decided to accompany PM Modi. Both leaders discussed ways to deepen cooperation in ship building. (Earlier visuals) pic.twitter.com/M3SiqKCXby
— ANI (@ANI) September 4, 2019
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मोदी अपने समकक्ष राजनेताओं के साथ अपनी पर्सनल केमिस्ट्री के लिए मशहूर हैं| अपने मिलनसार स्वभाव और प्रभावशाली व्यक्तित्व से वो हर किसी को अपना मुरीद बना लेते हैं| चाहे वो अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प हों, चीनी शी जिनपिंग, इजराइल के बेंजामिन नेतन्याहू या फिर उनके खास मित्र रुसी राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन|
प्रधानमंत्री मोदी के इस दो दिवसीय दौरे में वो ईस्टर्न इकोनॉमिक फोरम व दोनों देशों के बीच 20वें वार्षिक शिखर सम्मेलन की कई बैठकों में हिस्सा लेंगे| इसके अलावा उनकी और राष्ट्रपति पुतिन की द्विपक्षीय वार्ता भी होगी| इस दौरान रक्षा, व्यापार और पर्यटन से जुड़े कई मसौदों पर हस्ताक्षर होने की उम्मीद है|

IndiaFirst is about protecting the country’s strategic interests and ensuring robust economic growth.