नई दिल्ली से वाराणसी के बीच चलने वाली देश की पहली स्वचालित सेमी हाई स्पीड ट्रेन वंदे भारत के संचालन का एक साल पूरा हुआ। 15 फरवरी 2019 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था। इस दौरान वंदेभारत एक्सप्रेस की 100 प्रतिशत सीटें भरी रहीं और इसकी सबसे बड़ी खासियत यह रही की ये ट्रेन साल में एक भी दिन रद्द नहीं हुई रेलवे नई दिल्ली मंडल के अनुसार वंदे भारत ने साल भर में 92.29 करोड़ राजस्व के रूप में आय अर्जित की। जबकि इस ट्रेन की लागत 100 करोड़ रुपए है।
वंदे भारत के संचालन के एक साल पूरे होने पर प्रयागराज में मंगलवार को इस ट्रेन का स्वागत समारोह आयोजित किया गया। ट्रेन के प्लेटफार्म नम्बर छह पर पहुंचने पर मौजूद इलाहाबाद मंडल के डीआरएम और दूसरे रेल अधिकारियों ने यात्रियों का स्वागत किया। इस मौके पर रेलवे की ओर से यात्रियों को फूल और चॉकलेट भी दिए गए।
नई दिल्ली और वाराणसी की दूरी 8 घंटे में पूरी
वंदे भारत एक्सप्रेस नई दिल्ली और वाराणसी के बीच की दूरी 8 घंटे में पूरी करती है और हर सोमवार व गुरुवार को छोड़कर सप्ताह में पांच दिन चलती है। रेलवे नई दिल्ली मंडल के अनुसार, एक साल के परिचालन के दौरान इस ट्रेन के उत्तर मध्य रेलवे के इलाकों में 104 किमी प्रतिघंटा की औसत गति से चलाया गया, जो भारतीय रेलवे में सर्वश्रेष्ठ गति है।
एक साल में नहीं हुई एक दिन भी रद्द
भारत की पहली स्वदेशी सेमी-हाई स्पीड ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस ने अपनी किसी भी यात्रा फेरे को रद्द किए बगैर एक वर्ष पूरा किया है। उत्तर रेलवे का दिल्ली मंडल, इस ट्रेन के रखरखाव की जिम्मेदारी सफलतापूर्वक निभा रहा है। वंदे भारत में रैक का निर्माण, इंटीग्रल कोच फैक्ट्री, चेन्नई द्वारा अक्टूबर 2018 में किया गया था।
इस ट्रेन से साल में 25 बार सफ़र करने पर रेलवे ने जताया आभार
लहरतारा निवासी पृथ्वीनाथ तिवारी ने बताया कि यह अजब संयोग है। जब 17 फरवरी को ट्रेन का शुभारंभ हुआ तो कैंट से नई दिल्ली पहला यात्री बनकर गया। एक साल पूरा हुआ तो नई दिल्ली से बनारस इसी ट्रेन से आया। एक साल में 25 बार इस ट्रेन में सफर किया। एग्जिक्यूटिव क्लास में सफर पर रेलवे बोर्ड ने मोबाइल पर मैसेज भेजकर आभार भी जताया है।
खासियत-
• अधिकतम गति – 160 किमी प्रति घंटा
• पूरी तरह से वातानुकूलित
• स्वचालित दरवाजे
• ट्रेन नियंत्रण और रिमोट मॉनिटरिंग के लिए ऑनबोर्ड कंप्यूटर
• ट्रेन में स्पेन से मंगाई विशेष सीट है, जिसे आवश्यकता पड़ने पर 360 डिग्री तक मूव किया जा सकता है
• ट्रेन में टॉक बैक सुविधा भी है , जिससे आपात स्थिति में ड्राईवर से बात कर सकते है
• ट्रेन के कोच इंटीग्रेटेड कोच फैक्ट्री चेन्नै में तैयार किया गया हैं

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