यूक्रेन में बदतर होते हालात के बीच पीएम मोदी ने युद्धग्रस्त देश में फंसे भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए एक बड़ा फैसला किया है जिसके चलते यूक्रेन से ऑपरेशन गंगा के तहत चल रहे निकासी अभियान में भारतीय वायु सेना को भी शामिल करने का निर्णय लिया है।
वायुसेना यूक्रेन से लायेगी छात्रों को
यूक्रेन में हालात दिन पर दिन अब खराब होते जा रहे है। इस बीच मोदी सरकार लगातार यूक्रेन में फंसे छात्रों को वतन लाने के लिए कदम उठा रही है। इस बाबत सरकार ने अब भारतीय वायुसेना को भी मोर्चे पर लगा दिया है मतलब अब वायु सेना को यूक्रेन में फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए इस ऑपरेशन में शामिल होने के लिए कहा है। जानकारों की माने तो भारतीय वायुसेना भारतीयों को निकालने के लिए कई सी-17 विमान तैनात कर सकती है। लोगों को निकालने के साथ-साथ वायुसेना के विमान मानवीय सहायता को अधिक कुशलता से देने में भी मदद करेंगे। अब तक केवल प्राइवेट इंडियन कैरियर, रोमानिया और हंगरी से भारतीयों की निकासी कर रहे थे। इससे पहले मोदी सरकार ने अपने चार मंत्रियों को यूक्रेन से सटे देशों में भेजा है जिससे वहां फंसे भारतीयों की सहायता करी जा सके।
15 दिनों में 8000 भारतीयों की वापसी
जानकारो की माने तो यूक्रेन से सटे देशों की सीमा पर करीब 8 हजार भारतीय पहुंच चुके है ऐसे में उन्हे हर तरह की मदद पहुंचाने के लिये ये कदम उठाया गया है। गौरतलब है कि इससे पहले वायुसेना को अफगानिस्तान सूडान और कई जगह फंसे भारतीयों को लाने में किया जा चुका है जो ये साफ बताता है कि वायुसेना इस काम को करने के लिये कितनी मजबूत है। इस बीच, विदेश मंत्रालय ने बताया कि पिछले 15 दिनों में अब तक यूक्रेन से 8000 भारतीयों की वापसी हो चुकी है। वही इस बीच भारत सरकार ने मानवता के चलते यूक्रेन में राहत समग्री भेजी है जिसमे दवाइयां कपड़े के साथ साथ खाने का भी समान है।
सरकार की माने तो यूक्रेन में करीब करीब 20 हजार भारतीय है ऐसे में जंग के बीच उन्हे वतन लाने की कठिनाइयों के बीच अब वायुसेना को इसका बीड़ा दिया गया है और ये तो सभी जानते है कि भारतीय वायुसेना जिस मिशन में लगती है उसे पूरा करके ही रहती है।