दुनिया रूस और यूक्रेन जंग के बाद तीसरे विश्व युध्द के लिए आगे बढ़ रही है। ऐसे में यूक्रेन में फंसे करीब 20 हजार भारतीयों को देशवापस लाने की तैयारी में भारत की मोदी सरकार जुट गई है तो अब खुद यूक्रेन ने पीएम मोदी से इस मामले पर दखल देने की मांग की है और रूस से बात करने को बोला है।
यूक्रेन ने पीएम मोदी से रूस से बात करने की लगाई गुहार
रूस, यूक्रेन के खिलाफ लगातार आक्रामक रुख अपनाता जा रहा है। रूस द्वारा यूक्रेन की राजधानी कीव में धमाके किए गए हैं। इन सब के बीच यूक्रेन के राजदूत ने पीएम नरेंद्र मोदी से हस्तक्षेप की गुजारिश की है। यूक्रेन के राजदूत ने कहा कि भारत के संबंध रूस से अच्छे हैं इसलिए पीएम मोदी से गुजारिश है कि वे रूस के साथ बात कर इस तबाही को रोक दें। उधर यूक्रेन से भारतीय नागरिकों को लेकर एक और फ्लाइट दिल्ली पहुंची यूक्रेन से आये लोगों ने भारत में कदम रखते ही खुशी जाहिर की।
Inside visuals of MEA's control room to deal with Ukraine crisis https://t.co/NNI46vzrQq pic.twitter.com/sWNGTBoSa5
— Sidhant Sibal (@sidhant) February 24, 2022
संकट के वक्त भारत ने जारी की हेल्पलाइन नंबर
यूक्रेन में रहने वाले भारतीयों के परिवार के लिए विदेश मंत्रालय ने इस कंट्रोल रूम को तैयार किया है. लोगों के लिए इस कंट्रोल रूम का हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया है। अगर किसी को भी यूक्रेन में अपने परिजनों को लेकर कुछ जानकारी चाहिए तो वो हेल्पलाइन नंबर 01123012113, 01123014104 और 01123017905 पर कॉल कर सकते हैं। इसके अलावा यूक्रेन में रहने वाले लोगों के लिए भारतीय दूतावास (एंबेसी) का हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है। जिससे ये लोग फ्लाइट्स और बाकी चीजों को लेकर जानकारी जुटा सकते हैं। इसके लिए यूक्रेन में इंडियन एंबेसी के नंबर +380997300428 और 380997300483 पर कॉल कर सकते हैं। ये हेल्पलाइन 24 घंटे जारी रहेंगीं।
बता दें कि इससे पहले भारतीय दूतावास की तरफ से यूक्रेन में रहने वाले लोगों के लिए एडवाइजरी जारी की गई थी जिसमें कहा गया कि, हम लगातार हालात पर नजर बनाए हुए हैं। तमाम एविएशन अथॉरिटीज और एयरलाइंस कंपनियों के साथ फ्लाइट्स की संख्या को बढ़ाने को लेकर बातचीत जारी है। लोगों से कहा गया था कि वो किसी भी तरह की मदद के लिए एंबेसी में कॉल कर सकते हैं। यानी भारत पहली प्राथमिकता वहां रहने वाले भारतीयों को लेकर उठा रहा है और उसकी कोशिश है कि इस जंग में भारत के किसी भी नागरिक का वहां नुकसान ना हो। और रही बात पुतिन से करने की तो वो पहले भी साफ कर चुका है कि किसी भी मसले का हल जंग नही है और शांति से ही हर मुद्दे का हल निकालना चाहिए।