भारतीय रिज़र्व बैंक ने आज 6 जून को अपनी नयी मौद्रिक नीति जारी की| RBI गवर्नर के नेतृत्व वाले छः सदस्यीय MPC कमिटी द्वारा जारी इस मौद्रिक नीति में कई ऐसी बातें शामिल हैं, जिसका लाभ आम आदमी को तत्काल प्रभाव से होगा| रेपो रेट में सुधार के अलावा, ग्राहकों को लेन देन में लगने वाले शुल्कों से रहत मिलेगी|
क्या ख़ास है नयी मौद्रिक नीति में
रेपो रेट में 0.25% की कटौती – रिज़र्व बैंक ने रेपो रेट को 6 फीसदी से घटा कर 5.75 करने का फैसला किया है| इस से बैंक लोन लेने में उपभोक्ताओं को फायदा होगा| लगातार तीसरी बार रेपो रेट में कमी होने के बाद ये पिछले 9 सालों में सबसे कम हो गयी है| अब इस से लोन की EMI पर उपभोक्ताओं को राहत मिलेगी|
ग्राहकों को लगने वाले NEFT/ RTGS शुल्क ख़त्म
एक बड़ा बदलाव करते हुए RBI ने रोजमर्रा की जरूरतों में शामिल RTGS एवं NEFT सुविधाओं पर लगने वाले शुल्क को समाप्त करने की घोषणा की है| RBI ने बैंकों को दिशानिर्देश दिए हैं कि इन सुविधाओं का लाभ सीधा ग्राहकों को दिया जाये| फ़िलहाल सभी सरकारी तथा निजी बैंक RTGS एवं NEFT सुविधा के द्वारा ट्रांसफर की गयी राशि पर 2.5 रुपया से 25 रूपये तक का शुल्क लेते हैं|
इसके अलावा RBI ने ये भी निर्णय लिया है कि इंडियन बैंक्स एसोसिएशन के CEO के नेतृत्व में एक समिति का गठन किया जायेगा, जो एटीएम शुल्क और ग्राहकों से बैंक द्वारा लिए गए अन्य सभी शुल्कों की जाँच करेगी और अपनी सिफारिश RBI को पेश करेगी|

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