देशभर में कोरोना महामारी के मामलों में कमी आने के बाद सरकार ने देशभर में सामान्य ट्रेन सेवा को पूरी तरह बहाल करने का ऐलान किया है। यानी कि कोरोना आने से पहले देश में चल रही 1700 एक्सप्रेस और सुपरफास्ट ट्रेन फिर से चलनी शुरू हो जाएंगी।
स्पेशल ट्रेनों का दौर हुआ खत्म
रेल मंत्रालय के मुताबिक कोरोना महामारी को देखते हुए जिन ट्रेनों को कोविड स्पेशल, एक्सप्रेस स्पेशल या हॉलिडे स्पेशल के रूप में चलाया जा रहा था उनकी सेवा अब रेग्युलर ट्रेनों जैसी होगी। यानी कि ये सभी ट्रेनें अपने पुराने रेग्युलर नंबर और टाइमिंग के साथ पटरियों पर दौड़ेंगी। इसके साथ ही कोरोना से पहले वाला ट्रेन किराया फिर से लागू हो जाएगा। मंत्रालय के इस आदेश के बाद पिछले डेढ़ से बंद पड़ी करीब 1700 सुपरफास्ट और एक्सप्रेस ट्रेनें फिर से संचालन में आ जाएंगी। हालांकि इन ट्रेनों में सफर करने वाले लोगों को मास्क, सोशल डिस्टेंसिग जैसे कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते रहना होगा।
किराये का अंतर नहीं लिया जाएगा
सरकार की माने तो जो लोग अपनी टिकटें एडवांस में बुक करवा चुके थे उनसे कोई अतिरिक्त किराया नहीं लिया जाएगा और न ही कोई पैसा वापस किया जाएगा। यानी कि पहले से टिकट बुक कराने वाले लोगों से न तो किराये का अन्तर लिया जाएगा और न ही उन्हें कोई रिफंड दिया जाएगा। ऐसे यात्री अपने पूर्व टिकट के आधार पर ही ट्रेन में सफर कर सकेंगे।
पिछले साल मार्च में रुक गई थी ट्रेन सर्विस
गौरतलब है कि पिछले साल कोरोना महामारी शुरू होने के बाद रेलवे देशभर में 25 मार्च 2020 से यात्री ट्रेन सेवा रोक दी गई थी। बाद में प्रभावित लोगों को उनके घरों तक पहुंचाने के लिए श्रमिक स्पेशल ट्रेनें शुरू की गई। इन ट्रेनों को नए नंबर, नई टाइमिंग और नए किराये के साथ देश के विभिन्न हिस्सों में चलाया गया। हालांकि ट्रेनों की फ्रीक्वेंसी काफी कम होने से लोगों को काफी दिक्कत हो रही थी। जिसके बाद सरकार ने हालात का जायजा लेकर सामान्य ट्रेन सेवा को बहाल करने का ऐलान कर दिया।
जैसे जैसे देश कोरोना से छिड़ी जंग में आगे निकल रहा है वैसे वैसे सरकार लोगों को रियायत भी देने लगी है। फिर वो कोई भी मोर्चा क्यों ना हो पहले पेट्रोल,डीजल और फिर खाने के तेल के बाद अब रेल किराये को घटाकर देशवासियों की जेब का बोझ कम ही किया है।