जम्मू-कश्मीर से पांच अगस्त को अनुच्छेद-370 हटाने की घोषणा करने के साथ ही घाटी में बंद पड़ी रेल सेवा को मंगलवार से फिर से शुरू कर दी गई। करीब तीन माह तक बंद रही बनिहाल-बारामुला रेल सेवा में से अभी श्रीनगर-बारामुला के बीच रेल सेवा को बहाल करने की हरी झंडी मिली है। इन तीन माह के दौरान रेलवे को करीब तीन करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। कश्मीर घाटी में 137 किमी लंबे रेल मार्ग पर रोज लगभग 26 जोड़ी डीएमयू ट्रेन चलती हैं।
मंगलवार से आम लोगों के लिए श्रीनगर-बारामुला रेल सेवा को बहाल किया गया क्योंकि सुरक्षा एजेंसियों की ओर से केवल श्रीनगर-बारामुला रेल लाइन पर ही सुरक्षा के लिहाज से हरी झंडी दी गई है। इसके चलते रविवार को रेलवे के अधिकारियों ने यात्रियों की सुरक्षा के लिहाज से एक बैठक बुलाई और ट्रैक का निरीक्षण किया। ट्रैक में किसी प्रकार की खराबी न होते हुए सुबह 10 से दोपहर 3 बजे तक श्रीनगर और बारामुला के बीच दो रेल चलाने का फैसला लिया गया।
रेलवे को वर्ष 2017 और 2018 में 44 और 30 दिन तक रेल सेवा एहतियात के तौर पर बंद रही, जिस दौरान करीब एक करोड़ से अधिक का नुकसान हुआ था।
सालाना कमाई 10 करोड़
आंकड़ों के अनुसार बनिहाल-बारामुला के बीच 137 किलोमीटर की दूरी तय करने वाली इस रेल सेवा से सालाना करीब 10 करोड़ की कमाई होती है, लेकिन इसकी एवज में रेलवे द्वारा इसके रखरखाव पर 70 करोड़ खर्च किया जाता है। 2020 तक सरकार ने रेल लिंक के माध्यम से कश्मीर को कन्याकुमारी के साथ जोड़ने की योजना बनाई हुई है। ऐसा होने पर ट्रेन जम्मू और कश्मीर में पर्यटन को बढ़ावा देने में मदद करेगी और साथ ही यहां के फलों के व्यापार को भी बढ़ावा मिलेगा और कश्मीर की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।
कश्मीर के लोगों के लिए यह ट्रेन लाइफ लाइन है। रोड की स्थिति खराब होने के दौरान या खराब मौसम के चलते यह सेवा कभी भी प्रभावित नहीं होती। कम समय में यात्रा करने के लिए यह एक सस्ता माध्यम भी है। यह सेवा दुबारा शुरू होने से लोगों को काफी लाभ पहुंचेगा। यहां ट्रेन सेवा उनकी सुविधा के लिए चलाई जाती है और अगर यह ठीक रहेगी तो उनका जीवन सामान्य रूप से चलेगा।
रेल डिवीजन फिरोजपुर के रेल मंडल प्रबंधक राजेश अग्रवाल ने सोमवार को घाटी में ट्रेन चलाने के संबंध में सेफ्टी, सिक्योरिटी व रेलवे ट्रैक का बडगाम से बारामुला स्टेशन के बीच निरीक्षण किया। निरीक्षण में सब कुछ ठीक पाए जाने पर मंगलवार से वैली में दो ट्रेनें चलाने की अनुमति दी है।
इस बीच राज्य में आतंकवादियों के खिलाफ अभियान जारी है। गांदरबल जिले में सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच मंगलवार को मुठभेड़ में एक आतंकवादी मारा गया और सेना का एक जवान घायल हो गया।

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