एक ओर देश में देशभक्ति, राष्ट्रवाद और राष्ट्रीयता को लेकर बहसें छिड़ी हुई हैं और दूसरी तरफ तेलंगाना के एक छोटा-सा कस्बा जम्मीकुंटा रोज 52 सेकंड के लिए देश के सम्मान में खड़ा होता है।
हैदराबाद से 140 किलोमीटर दूर स्थित करीमनगर जिले में स्थित जम्मीकुंटा में 15 अगस्त 2017 से यह लोगों की दिनचर्या का एक हिस्सा बन गया है। इसका पहल एक स्थानीय पुलिस इंस्पेक्टर ने किया था, जिसका उद्देश्य लोगों में देशभक्ति की भावना जगाना है। सुबह के ठीक 7.58 बजे लोगों को सचेत करने के लिए शहर के 16 स्थानों पर लाउडस्पीकरों के जरिए सार्वजनिक संबोधन की व्यवस्था से तेलुगू और हिंदी में घोषणा की जाती है और दो सेकंड बाद राष्ट्रगान बजना शुरू होता है।
राष्ट्रगान बजते ही जो लोग जहां होते हैं, वहीं पर सावधान अवस्था में खड़े हो जाते हैं। और इस तरह हर रोज़ 1 मिनट के लिए पूरा शहर एक साथ थम जाता है। राष्ट्रगान समाप्त होने के बाद वहां देश भक्ति गीत बजाये जाते है और फिर लोग अपनी दिनचर्या में व्यस्त हो जाते हैं।
शहर की पुलिस ने वॉलिंटियर्स की मदद से नागरिकों को राष्ट्रगान के प्रति सम्मान करने का प्रशिक्षण दिया और धीरे-धीरे लोग अब इसके आदी हो गए हैं। जम्मीकुंटा पुलिस इंस्पेक्टर ने लोगों में देशभक्ति की भावना को बढ़ावा देने के लिए इस अभ्यास की शुरुआत की थी।
जम्मीकुंटा के इस पहल से प्रेरित होकर, 2018 में पेद्दापल्ली जिले के गोदावरीखानी शहर में इसी तरह की पहल की गई और पूरे शहर में 111 राष्ट्रीय ध्वज फहराए।
करीमनगर जिले के इस कस्बे ने देश के सामने देशभक्ति का एक नमूना पेश किया है।