देश में कोरोना के मामले में उछाल के साथ ही मेडिकल ऑक्सिजन की कमी हो गई है। राजधानी दिल्ली समेत देश के कई राज्यों से ऑक्सीजन की कमी की खबरें आ रही हैं। कोरोना के गंभीर मरीजों के इलाज में ऑक्सिजन की अहम भूमिका है। देश में ऑक्सिजन की कमी को पूरा करने के लिए मोदी सरकार ने ऑक्सीजन निर्यात करने की बात कही है तो दूसरी तरफ देश की निजी कंपनियों से इसमें मदद करने का आह्वान किया था। देश की कई बड़ी स्टील कंपनियों ने इस मामले में पहल करते हुए ऑक्सिजन की उत्पादन बढ़ा दिया है।
रिलायंस किन राज्यों को दे रही ऑक्सिजन
देश की सबसे मूल्यवान कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज भी महाराष्ट्र, गुजरात, मध्य प्रदेश, दमन एवं दीव और सिलवासा के अस्पतालों को मेडिकल ऑक्सिजन की सप्लाई कर रही है। कंपनी की गुजरात के जामनगर में पेट्रोलियम रिफाइनरी है। वेदांता ने तूतीकोरिन में बंद हो चुके अपने कॉपर प्लांट से तमिलनाडु को रोजाना करीब 1050 टन ऑक्सीजन सप्लाई करने की पेशकश की है। ये कंपनियां अपने प्लांट्स में आंतरिक इस्तेमाल के लिए ऑक्सिजन बनाती हैं। इस गैस का इस्तेमाल मेटल्स और पेट्रोलियम रिफाइनरीज में मैन्युफैक्चरिंग प्रोसेसेज में होता है। साथ ही कई और इंडस्ट्रीज में भी इसका इस्तेमाल होता है।सरकार ने इन कंपनियों को मेडिकल ऑक्सिजन सप्लाई करने को कहा है और कोरोना के बढ़ते संकट को देखते हुए कई इंडस्ट्रीज में इसके इस्तेमाल पर पाबंदी लगा दी है। मुंबई और दिल्ली जैसे बड़े शहरों में अस्पतालों में ऑक्सिजन की भारी कमी हो गई है जबकि ऐसे मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है जिन्हें ऑक्सिजन की जरूरत है।
जेएसडब्ल्यू स्टील बढ़ाएगी उत्पादन
जेएसडब्ल्यूकंपनी ने पिछले हफ्ते करीब 600 मीट्रिक टन से अधिक ऑक्सिजन सप्लाई की और सोमवार को कंपनी ने करीब 750 मीट्रिक टन सप्लाई की। इससे पहले सेल अस्पतालों को रोजाना 180 से 200 टन ऑक्सिजन की सप्लाई कर रही थी। सरकारी अधिकारियों के मुताबिक महाराष्ट्र को रोजाना 200 टन और कर्नाटक को 400 टन ऑक्सिजन की सप्लाई कर रही है। इसे बढ़ाकर 900 से 1000 टन किया जा सकता है। कंपनी ने कहा कि मौजूदा संकट को देखते हुए वह प्राथमिकता के आधार पर मेडिकल ऑक्सिजन की सप्लाई कर रही है।
टाटा ग्रुप मंगा रहा है क्रायोजेनिक कंटेनर्स
टाटा ग्रुप ऑक्सिजन ले जाने के लिए चार्टर फ्लाइट्स से 24 क्रायोजेनिक कंटेनर्स का आयात कर रहा है। कंपनी झारखंड के अस्पतालों को करीब 300 टन ऑक्सिजन की सप्लाई कर रही है। साथ ही उसने उत्तर प्रदेश, बिहार और ओडिशा में भी सप्लाई शुरू कर दी है। कंपनी की माने तो जरूरत के मुताबिक ऑक्सिजन की सप्लाई बढ़ाने की भी तैयारी की जा रही है जिससे देश में ऑक्सीजन की कमी न हो।
फिलहाल सकंट के वक्त हर देशवासी आगे आकर देश को इस आपदा से निकालने में लगे हुए है लेकिन कुछ लोग इस वक्त भी है जो देश में नकरात्मक फैला रहे है जिससे हमें और आपको सावधान रहना होगा।