आतंकियों को पालने-पोसने के कारण फाइनेंशिल ऐक्शन टॉस्क फोर्स यानी FATF की पेरिस में हुई ऑनलाइन बैठक में पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट में ही रखे जाने पर फिर से मुहर लग गई है जिससे साफ होता है कि पाकिस्तानी सरकार आतंकवाद के खिलाफ 27 सूत्रीय एजेंडे में से तीन को पूरा करने में विफल रही है तभी पाकिस्तान को कोई राहत नही दी गई है।
आतंकवादियों के खिलाफ नहीं की कोई कार्रवाई
पाकिस्तान की माली हालत सुधरने के फिलहाल कोई चांस नहीं है क्योकि FATF का बैन अभी भी जारी रहेगा। जानकारों की माने तो पाक पर 2008 से ये बैन लगा हुआ है जिसके चलते अभी तक पाक को करीब 38 अरब डॉलर का नुकसान उठाना पड़ा है। हालांकि उसके बाद भी पाक अभी सुधरने का नाम नही ले रहा है। क्योकि FATF की माने तो पाकिस्तान ने सभी 1267 और 1373 नामित आतंकवादियों के खिलाफ वित्तीय प्रतिबंधों का प्रभावी ढंग से कार्यान्वयन नहीं किया है। FATF ने यह भी कहा कि पाकिस्तान को अपनी रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण कमियों को दूर करने के लिए अपनी कार्य योजना में शेष तीन बिंदुओं को लागू करने पर काम करना जारी रखना चाहिए। तब जाकर उस पर बैन खत्म करने पर विचार किया जायेगा।
विश्व में आंतक के पनहागार देश के रूप में उभरा पाक
पाकिस्तान किस तरह से आतंकियों की मदद करता है ये अब विश्व जान चुका है। खासकर पाक की पोल अगर किसी ने खोली है तो वो है मोदी सरकार जिससे इमरान सरकार को विश्व में नंगा करके खड़ा कर दिया है। खासकर कश्मीर में आंतक को बढ़ावा पाक कैसे देता है इसके बारे में अब सबकुछ जग जाहिर है। लगातार भारत UN में पाक की पोल खोलता आया है जबकि पाक को बचाने के लिये चीन उसकी मदद करता आया है। फिर भी वो पाक को बचा नहीं पा रहा है क्योकि मोदी जी ने कुछ ऐसी कूटनीति बनाई है कि पाक विश्व में अलग थलग पड़ चुका है।
लेकिन इतना सब खोने के बाद भी इमरान सरकार के अक्ल नही आ रही है और वो अभी भी आतंकियों के आकाओं की मदद करने में लगा है। ऐसे में तो बस यही बोला जा सकता है कि पाक को देश से ज्यादा आतंकी प्यारे है।