पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने चौंकाने वाला बयान दिया है| उन्होंने कहा है कि यदि नरेंद्र मोदी की अगुआई में बीजेपी लोकसभा चुनाव फिर से जीतती है तो दोनों देशों के बीच शांति बहाली के लिए बेहतर मौका होगा| इसके पीछे पाकिस्तान पीएम इमरान खान का अपना तर्क है| उनका कहना है कि यदि विपक्षी कांग्रेस के नेतृत्व में भारत में अगली सरकार बनती है तो दक्षिणपंथियों के भय की वजह से शायद वह कश्मीर के मुद्दे पर बातचीत के लिए आगे नहीं बढ़े|
विदेशी मीडिया से बातचित के दौरान पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने कहा कि यदि बीजेपी जीतती है तो इस बात की संभावना है कि कश्मीर के मुद्दे का कोई समाधान निकल जाए|
हालांकि इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि मोदी के दौर में कश्मीरी मुस्लिम और भारत के मुस्लिम हाशिए पर हैं| उन्होंने कहा कि कई साल पहले तक भारतीय मुस्लिम यहां पर अपनी स्थिति को लेकर बेहद खुश थे लेकिन भारत में बढ़ते उग्र हिंदू राष्ट्रवाद के कारण अब वे बेहद चिंतित हैं|
इमरान खान ने इन बातो से इतर प्रधानमंत्री मोदी की तुलना इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से करते हुए कहा है कि उनकी राजनीति भय और राष्ट्रवाद की भावना पर आधारित है| वही लोकसभा चुनाव के मद्देनजर भाजपा द्वारा अपने घोषणापत्र में कश्मीर को दिए विशेष अधिकारों (35-ए) को खत्म करने के वादे पर टिप्पणी करते हुए पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने कहा कि हो सकता है कि ये चुनावी नारा हो लेकिन ये बेहद चिंता की बात है|
गौरतलब है कि 14 फरवरी को पुलवामा में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के आत्मघाती हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो हुआ थे| और इस घटना के बाद भारत और पाकिस्तान के रिश्तों में करवाहटें काफी बढ़ गई थी| पाकिस्तान ने इसमें अपनी किसी भी प्रकार के भूमिका से इनकार किया था, हालांकि जैश-ए-मोहम्मद ने इस हमले की जिम्मेदारी ली थी|
पत्रकारों से बातचीत के दौरान आतंकवाद के मुद्दे पर बोलते हुए इमरान खान ने कहा कि इस्लामाबाद पाकिस्तान के भीतर सभी आतंकी संगठनों को समाप्त करने के लिए संकल्पबद्ध है और इस कार्यक्रम में पाकिस्तान की सेना का पूरा समर्थन प्राप्त है| इसके तहत उन संगठनों को भी समाप्त किया जाएगा तो कश्मीर में आतंकी गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं|