राजपथ में बदलते भारत की तस्वीर 71 वें गणतंत्र परेड में साफ दिखी। सारी दुनिया ने परेड के जरिये भारत की ताकत को तो देखा ही साथ ही साथ हमारी उस संस्कृति को भी जाना जो हमें एक धागे में पिरोये हुए है।
71 वे गणतंत्र परेड में जिस तरह से नये भारत की तस्वीर पेश की गई उससे दुनिया में ये संदेश साफ गया कि ये सदी भारत की है। फिर वो कोई भी क्षेत्र क्यो न हो, हर क्षेत्र में भारत मोदी सरकार के नेत्तृव में शिखर की ओर बढ़ रहा है।
विश्व ने सेना के दम को पहचाना
गणतंत्र परेड में इस बार थल, नभ और जल तीनों सेनाओं के साथ संगम के बीच देश की नारीशक्ति के शौर्य का बेमिसाल स्वरूप भी नजर आया। परेड में सेना की पुरुष बटालियन का नेतृत्व जहां पहली बार चौथी पीढ़ी की युवा महिला सैन्य अधिकारी कैप्टन तान्या शेरगिल ने किया। गगनभेदी मिसाइलों के बीच आसमान को चीरते हुए क्षण भर में दुश्मन को ध्वस्त करने की गर्जना का संदेश देते सुखोई और जगुआर लड़ाकू विमानों के हैरतअंगेज आसमानी करतब भी लोगों के लिए हमेशा याद रखने वाले पल में बदल गये। पहली बार परेड में आई के-9 ब्रज टैंक लोगो के लिए खास रही, तो धनुष गन सिस्टम की धमक ने भी खूब तालियां बटोरी। वही चिनूक और अपाचे हेलीकॉप्टर को देखने की ललक साफ लोगों में दिखी।
परेड में भारत की महान सांस्कृतिक विरासत की दिखी झलक
सैन्य ताकत के बाद जब राजपथ में 16 राज्यों समेत 22 झांकियों की झलक एक के बाद एक सामने आई तो भारत की हजारों साल पुरानी सांस्कृति को देखकर लोगो के हाथ रुक नहीं पाये और हर तरफ तालियों की गूज साफ सुनाई दे रही थी। मेघालय हो या पंजाब या फिर उत्तरप्रदेश के साथ DRDO की झांकियों में बदलते भारत की तस्वीर साफ दिखी। तो मेढ़क को संरक्षित करने वाली झाकी ने सबका मन मोह लिया। वही महिला शक्ति की झलक उस वक्त देखने को मिली जब CRPF की महिला जवान बाइक पर हैरतअंगेज कारनामे करती हुई दिखाई दी।
मतलब साफ है, कि जिस तरह की परेड राजपथ से गुजरी उसने एक नये इतिहास को तो लिखा ही साथ ही साथ ही साथ ये भी संदेश दिया कि भारत के बढ़ते कदम अब कोई नही रोक सकता है और ये सब भारत के संविधान के चलते ही हो रहा है।

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