पीएम मोदी पर देश की जनता ने भरोसा किया है तभी दशको बाद किसी सरकार को इतना बड़ा बहुमत मिला है। जिसके बाद मोदी सरकार ने शपथ ले ली है चलिये अब आपको बताते है मोदी सरकार के उन 9 रत्नों के बारे में जिसके जरिये मोदी आने वाले दिनो मे भारत को नया भारत बनाने की कोशिश करेंगे।
1 अमित शाह (गृहमंत्री)
मोदी कैबिनेट के 9 रत्नों मे सबसे पहला नाम शाह का आता है जिसकी कुशल नीतियों का असर जल्द देखने को मिलेगा। वैसे शाह की मुख्य चुनौती कश्मीर समस्या, नक्सल प्रभावित इलाकों के साथ साथ आतंरिक सुरक्षा होगी। हालांकि सियासत के चाणक्य कहे जाने वाले शाह इन सब समस्याओं के निदान के लिये कौन सा फार्मूला निकालते है ये आने वाले वक्त में ही पता चलेगा लेकिन इतना जरूर विश्वास है कि वो इसका निदान जरूर सोच रखे होगे।
2. राजनाथ सिंह (रक्षा मंत्री)
राजनाथ सिंह वो नाम है जिसे हर तरह की चुनौतियों से निपटने का अनुभव है हालाकि चीन, पाकिस्तान से वो कैसे निपटेंगे इसके लिये उनके पास क्या खाका होगा वो अभी उन्होने साफ नही किया है लेकिन सेना में स्वदेशी को बढ़ावा देने की मंशा उन्होने जता दी है| साथ ही साथ सेना का मनोबल हमेशा जोश से भरा हो इसके लिये उन्होने सियाचिन की यात्रा से रूख साफ कर दिया है कि वो सेना को और बेहतर बनाने के लिये पहले दिन से ही लग चुके है।
3. निर्मला सीतारमण(वित्त मंत्री)
निर्मला सीतारमण देश की पहली महिला है जो वित्त मंत्री बनी है। वैसे अपने देश में मना भी जाता है कि महिलाए वित्त समस्याओं को पुरूषो से बेहतर संभाल सकती है। ऐसे में कयास यही लगाया जा रहा है कि वो देश की आर्थिक स्थिति को बेहतर कर सकेगी। साथ ही साथ रोजगार की समस्या से भी अच्छा तरह से निपटेगी।
4 एस जयशंकर(विदेशमंत्री)
वैसे तो सियासत के वो खिलाड़ी नही है लेकिन कूटनीति में उनका कोई जोड नही है। लगता है इसीलिये पीएम मोदी ने उनपर विश्वास करते हुए उन्हे इतनी बड़ी जिम्मेदारी दी है। वैसे जयशंकर की ताकत इससे ही लगाई जा सकती है कि उनके पदभार संभालते ही भारत के दुश्मन देशो के पसीने छूट रहे है। क्योकि वो अच्छी तरह जानते है कि उनकी चाल का तोड उन लोगो के पास नही है।
5.नितिन गडकरी(परिवाहनमंत्री)
वैसे मोदी सरकार के प्रथम कार्यकाल में ही गडकरी के काम का लोहा विपक्ष ने भी माना था, ऐसे में जो कार्य वो शुरू कर चुके है उन्हे पूरा करना उनके लिये बड़ी चुनौती होगी। खुद गडकरी भी ये कह चुके है कि तय समय पर सब काम निपटे इसके लिये वो पदभार संभालते ही जुट जायेगे और उनके लिये कहा यही जाता है कि जो कमिटमेंट वो कर लेते है उसे पूरा करके ही छोड़ते है।
6. नरेद्र तोमर (कृषि मंत्री)
तोमर जी का मोदी सरकार 2.0 में इस बार प्रमोशन हुआ है। इससे ही पता चलता है कि वो अपने काम के साथ कितने ईमानदार है वैसे किसानों की आय को दोगुना बढ़ाने के लिये उन्होने पहले दिन से ही प्रयास कर दिये है तभी तो मोदी सरकार की पहली कैबिनेट में ही किसानों के लिये खास या यू कहे बड़े फैसले लिये गये है| जिसके चलते अब 14करोड़ किसानों के खाते में सीधे 6 हजार रूपये पहुंच सकेगे लेकिन इसके अलावा किसानों के हालात कैसे बेहतर हो इसके लिये भी तोमर साहब को कई बड़े फैसले करने होगे जिसके लिये लगता यही है कि वो तैयार भी है।
7.स्मृति ईरानी (महिला व बाल कल्याण मंत्री)
मोदी एंड कंपनी की सबसे फायर ब्रांड लीडर के तौर पर ईरानी ने जगह बनाई है और वो इसलिये क्योकि उन्होने दिखा दिया है कि जो पूरी ईमानदारी के साथ आगे बढ़ते है वो जरूर बड़ी से बड़ी चुनौतियों को हरा सकते है जैसा कि उन्होने राहुल गांधी को चुनाव मे मात देकर दिखाया है। इसीलिये मोदी ने उनपर विश्वास करके उन्हे इतना अहम मंत्रालय दिया है।
8.रमेश पोखरियाल निशंक(शिक्षामंत्री)
मोदी 2.0 मे शिक्षा की जिम्मेदारी रमेश पोखिरयाल के कंधों पर होगी। वैसे उनका तजुर्बा यही बताता है कि पीएम मोदी ने उनको ये जिम्मेदारी इसीलिये दी है क्योंकि वो इसके सबसे अच्छे उम्मीदवार थे। पीएम मोदी अच्छी तरह से जानते है कि देश की शिक्षा व्यवस्था नये तरीके के साथ साथ तकनीक से भी जुड सके शायद इसी लिये उन्होने इस मंशा को पूरा करने के लिये ये भार निशंक को सौपी है।
9.राम विलास पासवान (उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण)
सियासत के रामविलास पासवान धुरंधर खिलाड़ी है लेकिन उतने ही कुशल प्रशासक भी है शायद इसीलिये वो मोदी 2.0 में भी मंत्री बनाये गये है। वैसे मोदी जी के प्रथम कार्यकाल में मँहगाई पर लगाम लगाने मे पासवान साहब का भी बड़ा योगदान रहा है आशा करते है कि आने वाले दिनो में भी मँहगाई न बढ़े इसके लिये वो काम करते रहेगे।