प्लास्टिक एक ऐसा पदार्थ जो की न कभी सड़ सकता और न ही गल सकता है | आप इसे अगर मिटटी में भी दबा दे तो सालों तक ये उसी अवस्था में रह जाता है पर मिटटी में नहीं मिलता | यही कारण है की ये पर्यावरण के लिए इतना हानिकरक है | देश के 73वे स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किला से देश को संबोधित करते हुए PM मोदी ने लोगो से अपील की थी जीतना हो सके प्लास्टिक का उपयोग कम करे | और ज्यादा से ज्यादा कपड़ों या जुट के बैग का इस्तेमाल करे |
मोदी जी के अपील पर अमल करते हुए सबसे पहले संसद भवन में एक बार इस्तेमाल होने वाली प्लास्टिक की बोलतों का इस्तेमाल न करने का फैसला लिया गया | और अब खबर ये आ रही है की संसद भवन के बाद अब रेल मंत्रालय भी बहुत जल्द एक बार इस्तेमाल होने वाली प्लास्टिक की बोतलों का इस्तेमाल न करने का फैसला लिया है | जिसके बाद देश के सभी रेलवे स्टेशन पर एक बार इस्तेमाल किये गए प्लास्टिक के बोतल दुबारा इस्तेमाल नहीं किये जायेंगे |
बता दे की रेल मंत्रालय के आदेश के मुताबिक देश के सभी रेलवे स्टेशन और दफ्तरों में एक बार इस्तेमाल होने वाली प्लास्टिक नही दिखेगी, वहीँ रेलवे के वेंडर्स भी प्लास्टिक के कप का इस्तेमाल नहीं कर सकेंगे | सूत्रों का कहना है की रेलवे स्टेशन पर 50 माइक्रोन से कम वाले प्लास्टिक पर पाबन्दी लगायी जाएगी | रेल मंत्रालय के अनुसार पानी के बोतल को डंप करने के लिए हर रेलवे स्टेशन पर क्रशिंग मशीन लगायी जाएगी |
सूत्रों के मुताबिक ये भी खबर है की पीएम मोदी के अपील को मानते हुए 2 अक्टूबर से लगभग सभी मंत्रालय एक बार इस्तेमाल होने वाले प्लास्टिक पर रोक की तैयारी कर रही है | बता दे की इस क्रम में सबसे पहले लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कदम उठाया और आदेश जारी करते हुए संसद भवन में एक बार इस्तेमाल होने वाले प्लास्टिक पर रोक लगा दी | उसके साथ ही अन्यह प्लास्टिक के सामान के इस्तेामाल पर भी रोक लगा दिया गया है |
खैर ये पहल बेहद ज़रूरी है और सिर्फ मंत्रालय के लिए ही नहीं बल्कि देश के हर नागरिक का ये दायित्व है की वो अपने पर्यावरण की सुरक्षा के लिए प्लास्टिक का त्याग करे और जितना हो सके उसका इस्तेमाल कम करे |