धारा 370 हटने के बाद से ही कश्मीर का विकास कैसे किया जाये इसके लिये लगातार सरकार नये नये खाके तैयार कर रही है। इसी क्रम में जम्मू कश्मीर और दुबई के बीच में एक MoU साइन किया गया है जिसके तहत कई सेक्टर में दुबई द्वारा जम्मू कश्मीर में नये काम किये जायेगे।
कश्मीर में होगा दुबई वाला विकास
जम्मू हो या कश्मीर दोनो जगह ही आज औद्योगीकरण तेजी से हो रहा है। घाटी के अंतिम गांव तक विकास भी पहुंच रहा है। आज देश विदेश की कंपनियां कश्मीर में पैसा लगाना चाहती है। दुबई ने अब इसकी शुरूआत कर दी है। उप-राज्यपाल मनोज सिन्हा ने ट्वीट कर जानकारी दी कि दुबई सरकार और जम्मू कश्मीर सरकार ने एक समझौता किया है, जो केंद्र शासित प्रदेश को औद्योगीकरण के सतत विकास में नई ऊंचाईयों को छूने में मदद करेगा। केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर की विकास यात्रा के लिए आज का दिन महत्वपूर्ण है। बता दें कि रियल एस्टेट, औद्योगिक पार्क, आईटी टावर, मेडिकल कॉलेज सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल जैसी तमाम विकास परक योजनाओं के लिए दुबई सरकार के साथ समझौता एमओयू पर सहमति हुई है जो ये साफ बता रही है कि धारा 370 हटने का फायदा आज कश्मीर को कैसे मिल रहा है।
आंतक को लेकर सरकार सख्त
दूसरे तरफ जिस तरह से कश्मीर में आंतक दहशत फैलाने में नाकामयाब हो रहे है तो वो घाटी में दूसरे राज्य से आये लोगों को निशाना बना रहे है। हालांकि अब सरकार ने ऐसे लोगों से निपटने की रणनीति भी बना ली है। ठीक जैसे पत्थरबाजों के खिलाफ रणनीति बनाई थी ठीक वैसे ही कुछ कदम अब सरकार उठाने जा रही है तो दूसरे तरफ सेना और पुलिस के साथ साथ आंतकियों से लोहा लेने के लिये एक विशेष टीम भी दिल्ली से कश्मीर भेजी गई है। मतलब साफ है कि कश्मीर से हर तरह का आतंक खत्म करने के लिये सरकार कदम उठा रही है तो तेज विकास के लिये देश विदेश की कंपनियो से कश्मीर में निवेश करने के लिए भी आगे आने को बोल रही है।
पिछले कुछ दिनो से देखा जाये तो कश्मीर में लगातार आतंकी ठोके जा रहे है। आम लोगो को इसीलिये आंतकी निशाना बना रहे है क्योंकि कश्मीर में अब उनकी दाल नही गल रही है। कश्मीर का आदमी भारत सरकार के साथ विकास में उठाये कदमो के समर्थन में खड़ा दिख रहा है और दुबई के साथ हुई ये एमओयू इसी का एक प्रमाण है।