विश्व बैंक की एक ताजातरीन रिपोर्ट के मुताबिक भारत के गावों में सडकों के बेहतर होने से रोजगार के अवसर बढ़े हैं| पिछले सप्ताह केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय को सौंपे गए इस रिपोर्ट में प्रधान मंत्री ग्राम सड़क योजना के अंतर्गत बनी सड़कों से हुए बदलाव का मूल्यांकन किया गया| रिपोर्ट में तीन राज्यों मध्यप्रदेश, राजस्थान तथा हिमाचल प्रदेश में 2009 से के बीच हुए बदलावों का लेखा जोखा था|
क्या है रिपोर्ट की मुख्य बातें
विश्व बैंक की इस रिपोर्ट में न सिर्फ रोजगार बल्कि चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, शिक्षा, तथा सामाजिक जीवन में आये बदलाव को भी परखा गया है|
रिपोर्ट की मुख्य बातें इस प्रकार है-
1. पहले गावों में लोग रोजगार के लिए सिर्फ खेती के ऊपर निर्भर थे, अब खेती के इत्तर भी लोगों ने अवसरों का लाभ उठाना शुरू किया है| प्राथमिक रोजगार के अवसरों में खेती के अलावा रोजगार का विकल्प अपनाने वाले लोगों में 12% की वृद्धि हुई है
2. पुरुष खेती के अलावा दुसरे रोजगार की तरफ रुख कर रहे हैं, और महिलाएं खेती को सँभालने के लिए आगे आ रही हैं
3. घर में होने वाले प्रसव की संख्या में जबरदस्त गिरावट आई है| अच्छी सड़कें होने से लोग अब अस्पताल में सुरक्षित प्रसव को प्राथमिकता दे रहे हैं
4. मध्य और उच्च विद्यालयों में छात्रों की उपस्थिति में बढ़ोतरी हुई है
उल्लेखनीय है की प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना की शुरुआत पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी के समय में हुई थी| अपने इस महत्वाकांक्षी योजना की शुरुआत अटल जी ने साल 2000 में की थी| इस योजना का लक्ष्य गावों में सडकों की सुविधा का विस्तार करना था| इस योजना के अंतर्गत अब तक करीब 6 लाख किलोमीटर सड़कें बनायीं जा चुकी हैं|