बीते शनिवार को मोदी तीन दिवसीय दौरे पर थाईलैंड पहुंचे। विदेश मंत्रालय के मुताबिक, आसियान समिट में आने के लिए मोदी को थाईलैंड के प्रधानमंत्री प्रयुत चान-ओ-चा ने न्योता दिया था। मोदी के इस दौरे का उद्देश्य भारत और आसियान देशों के बीच संबंधों को और मजबूती देना है।
थाईलैंड दौरे के दूसरे दिन पीएम मोदी 16वें आसियान-भारत शिखर सम्मेलन में शामिल हुए। रविवार को बैंकॉक में 16वें आसियान-भारत शिखर सम्मेलन को संबोधित किया। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आसियान हमारी एक्ट ईस्ट पॉलिसी का अभिन्न अंग है और हमेशा रहेगा। उन्होंने कहा कि हम समुद्री सुरक्षा, समुद्री संसाधनों से जुड़ी अर्थव्यवस्था और इस तरह के कई अन्य मुद्दों पर मानव सहयोग पर अपनी साझेदारी को मजबूत करना चाहते हैं।
Addressing the India-ASEAN Summit in Bangkok. Watch. #ASEAN2019 https://t.co/meyETAd067
— Narendra Modi (@narendramodi) November 3, 2019
थाईलैंड दौरे पर एक कार्यक्रम में निवशकों को संबोधित करते हुए पीएम ने कहा कि भारत में निवेश के लिए अभी सबसे अच्छा समय है क्योंकि देश में जहां कई चीजें बेहतर हुई हैं, तो कई चीजों में गिरावट आई है। भारत में ईज ऑफ डूइंग बिजनेस, ईज ऑफ लिविंग, प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई), जंगल क्षेत्र बढ़ा है। उत्पादकता, बुनियादी ढांचे का विकास हो रहा है। जबकि कर की दरों, लालफीताशाही, भ्रष्टाचार में कमी आई है। पीएम मोदी ने बैंकॉक में आदित्य बिड़ला गोल्डन जुब्ली समारोह में निवशकों को संबोधित करते हुए यह बात कही।
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि पिछले पांच सालों में भारत को 286 बिलियन अमेरिकी डॉलर का एफडीआई मिला है। यह पिछले 20 सालों में मिली एफडीआई के बराबर है। भारतीय अर्थव्यवस्था को निवेश के माकूल बनाया जा रहा है।
मोदी ने निवेशकों से कहा, ‘भारत बदलाव के दौर से गुजर रहा है। देश ने नियमित और नौकरशाही वाली शैली में काम करना बंद कर दिया है।’ कारोबार के लिहाज से भारत में अब कई अवसर और सुविधाएं हैं। उन्होंने कहा, ‘निवेश के लिए भारत अब दुनिया की सबसे आकर्षक अर्थव्यवस्थाओं में से एक है।’ उन्होंने कहा कि भारत में व्यापार करना अब पहले से कहीं अधिक सुगम हो गया है।
पीएम मोदी ने कहा कि निवेश और आसान व्यवसाय के लिए आप भारत आएं। भारत को आपका इंतजार है।
For investment and easy business, come to India.
To innovate and starting up, come to India. To experience some of the best tourist sites and warm hospitality of people, come to India. India awaits you with open arms: PM @narendramodi pic.twitter.com/01ytLQfxm8— PMO India (@PMOIndia) November 3, 2019
बता दे की दस देशों का आसियान समूह क्षेत्र के प्रभावशाली समूहों में से है। आसियान के दस देशों में इंडोनेशिया, मलेशिया, फिलिपींस, सिंगापुर, थाइलैंड, ब्रुनेई, वियतनाम, लाओस, म्यामां और कंबोडिया शामिल हैं। भारत और कई अन्य देश मसलन अमेरिका, चीन, जापान और आस्ट्रेलिया इसके वार्ता भागीदार है। भारत और आसियान के संबंध लगातार मजबूत हो रहे हैं। भारत को जोड़कर आसियान क्षेत्र की आबादी 1.85 अरब की है। यह दुनिया की आबादी का करीब 25 प्रतिशत है. इनका सामूहिक सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) करीब 3,800 अरब डॉलर है। पिछले 17 साल में भारत को आसियान से करीब 70 अरब डॉलर का निवेश मिला है। देश में आए कुल प्रत्यक्ष विदेशी निवेश का यह 17 प्रतिशत है।
सम्मेलन को संबोधित करने के अलावा प्रधानमंत्री मोदी ने कई देशों के नेताओं से मुलाकात भी की।
देखिए आसियान-भारत शिखर सम्मेलन से जुडी कुछ तस्वीरें-