कश्मीर की धरती से भारत के गृहमंत्री अमित शाह ने एक तरफ जहां पाकिस्तान की फटकार लगाई तो दूसरी तरफ देश में बैठे उन लोगों को भी आईना दिखाया जो कश्मीर के मुद्दे पर पाक के साथ बातचीत करने की वकालत करते आये है। मोदी सरकार की नियत का जिक्र करते हुए गृहमंत्री ने साफ कर दिया कि कश्मीर में एक तरफ आंतक पर वार होगा तो दूसरी तरफ विकास के काम तेजी के साथ होंगे।
अब बात होगी तो कश्मीर के युवाओं के साथ
कश्मीर के अपने दौरे में गृहमंत्री अमित शाह ने मोदी सरकार का एजेंडा पेश किया जिसमें उन्होने साफ बता दिया कि अगर पाकिस्तान से बात होगी तो पीओके पर होगी। ना कि कश्मीर पर उन्होने साफ किया। कि जो लोग पाकिस्तान के साथ कश्मीर मुद्दे को सुलझाने की वकालत करते वो ध्यान से सुन ले अगर सरकार किसी से बात करेगी तो वो कश्मीर के भाई बहनो से और उनके सुझाव के आधार पर कश्मीर में काम किया जायेगा। ना कि पाकिस्तान के साथ इतना ही नहीं उन्होने साफ साफ कहा कि मियां इमरान के साथ अगर बात होगी तो वो पाक अधिकृत कश्मीर पर होगी जहां हर दिन जुर्म का ग्राफ बढ़ता जा रहा है।
आतंक पर वॉर विकास का तेज काम
कश्मीर में विकास के काम तेजी से हो रहे है आज गांव गांव बिजली पहुंचा दी गई है तो सड़क भी ज्यादातर गांव तक पहुंचाई जा रही है। वही घाटी में लोगों को रोजगार मिले इसका भी खाका खीचा जा चुका है। जिसका नतीजा है कि धारा 370 हटने के बाद कश्मीर में 12 हजार करोड़ का निवेश आ चुका है और 2022 तक 22 हजार करोड़ का निवेश आने वाला है। यानी की कश्मीर में हर हाथ को काम होगा। दूसरी तरफ आतंक के रास्ते पर चलने वालो को सख्त संदेश भी दिया गया है कि अगर घाटी के अमन पर प्रहार किया जायेगा, तो उसपर सख्त से सख्त कार्यवाही की जायेगी इसके लिये सुरक्षा बलो को पूरी छूट दी जा चुकी है।
कश्मीर की धरती से धारा 370 के हटने के बाद पहली बार पहुंचे गृहमंत्री ने साफ कर दिया कि कश्मीर पर उसकी रणनीत साफ है जो आतंक फैलायेगा उसे बख्शा नहीं जायेगा तो विकास के कामो को हर हालत में जारी भी रखा जायेगा जिससे कश्मीर एक बेहतर राज्य बनकर दुनिया के मानचित्र में चमक सके।