जो लोग बोलते हैं कि मोदी जी तानाशाह की तरह काम करते हैं वो लगातार लोकतंत्र की आवाज दबाने में जुटे हैं। ऐसे लोगों को आज हमारी ये खबर जरूर पढ़ना चाहिये क्योंकि इसमें लिखी हर वो बात ये बताती है कि लोकतंत्र को लेकर मोदी सरकार कितनी समर्पित है। तभी तो लाख विरोध के बाद वो तथाकथित किसानों को भी आंदोलन करने के लिये जंतर मंतर पर इजाजत देते हैं।
जंतर मंतर पर दी इजाजात
खुद पीएम मोदी कई बार बोल चुके हैं कि लोकतंत्र में सत्ता के खिलाफ आवाज उठाने वालो को कभी नहीं रोकना चाहिये। कई सभा में उन्होंने आपातकाल की याद करते हुए सत्ता के विरोध में उठी आवाज को दबाने की बात को लेकर हल्ला बोला है। शायद इसलिये सत्ता में रहते हुए वो विरोध के स्वर को कभी नहीं दबाते। फिर वो चाहे कितना भी उनके खिलाफ सियासी क्यों ना हो। उदाहरण के तौर पर आप देख सकते हैं कि सरकार ने मानसून सत्र के दौरान कुछ शर्तों के साथ किसानों को जंतर मंतर पर प्रदर्शन करने की मंजूरी दे दी है। वरना हमने वो दौर भी देखा है जब सत्ता में बैठे लोगों ने रामदेव जी के शांतिपूर्ण आंदोलन के खिलाफ रात के वक्त लाठियां चलवाई थी तो अन्ना हजारे को जेल भेज दिया था। जबकि मोदी सरकार ने कभी भी कोई भी विरोध की आवाज या प्रदर्शन को नहीं दबाया। जिससे साफ होता है कि तानाशाह रवईया कौन अपनाता है।
तथाकथित किसानों के उग्र प्रदर्शन के बाद भी नहीं चलवाई थी लाठी
पीएम मोदी राज्यसभा और लोकसभा दोनो जगह बोल चुके हैं कि जो किसान कुछ लोगों के भ्रम में फंसकर आज आंदोलन में बैठे हुए हैं, वो उनके भी सेवक हैं और ऐसे किसानों से उनका सीधा रिश्ता भी है ऐसे में वो उनपर बल प्रयोग नही कर सकते क्योंकि वो उनके खुद के लोग ही हैं। इस बात को उन्होंने साबित भी किया जब 26 जनवरी 2021 को आंदोलनकारियों ने दिल्ली की सड़क से लेकर लालकिले तक जमकर हंगामा किया लेकिन इसके बावजूद भी पुलिस ने ना गोली चलाई और ना ही लाठी भांजी। जो ये बताता है कि कैसे लोकतंत्र की रक्षा की जाती है। जबकि इसके बावजूद भी वो लोग मोदी जी को तानाशाह बोलकर बुलाते हैं जो खुद लाठी चलवाते थे। लेकिन जनता अब ऐसे लोगों की हकीकत समझ चुकी है। कोरोना काल में कैसे विदेशी मीडिया ने भारत और पीएम मोदी की छवि खराब करने की कोशिश की लेकिन इसके बावजूद भी वो हर बार ज्यादा मजबूत होकर निकलते हैं और यही मोदी जी की विशेष सियासत भी है।
अब तो आप समझ गये होंगे कि लोकतंत्र के प्रति पीएम मोदी को कितना विश्वास है और उनके शासन में देश का लोकतंत्र और मजबूत हुआ है और इस बात को समूचा विश्व भी मान रहा है।