पुलवामा आतंकी हमले के बाद 26 फरवरी को बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद आतंकवादी प्रशिक्षण शिविर में बम विस्फोट करने वाले पांच भारतीय वायु सेना पायलटों को वायु सेना पदक से सम्मानित किया गया है। सभी पांच भारतीय वायु सेना के अधिकारी मिराज -2000 पायलट हैं।
पाकिस्तान के बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद आतंकवादी शिविर पर बमबारी करने के लिए पांच भारतीय वायु सेना के पायलट, विंग कमांडर अमित रंजन, स्क्वाड्रन लीडर्स राहुल बसोया, पंकज भुजडे, बीकेएन रेड्डी और शशांक सिंह को वायु सेना पदक (वीरता) से सम्मानित किया जा रहा है।
Indian Air Force’s Wg Cdr Amit Ranjan, Sqn Ldrs Rahul Basoya, Pankaj Bhujade, BKN Reddy, Shashank Singh awarded Vayu Sena Medal (Gallantry) for bombing Jaish-e-Mohammed terrorist camp in Pakistan’s Balakot town. All officers are Mirage 2000 fighter aircraft pilots. pic.twitter.com/0pwki6aCaw
— ANI (@ANI) August 14, 2019
बालाकोट हवाई हमला को 14 फरवरी के पुलवामा आत्मघाती हमले की प्रतिक्रिया के रूप में देखा गया था, जिसमें केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के 40 जवान मारे गए थे। जैश-ए-मोहम्मद ने पुलवामा आत्मघाती बम विस्फोट की जिम्मेदारी ली थी।
दो हफ्ते बाद, भारतीय वायु सेना के मिराज -2000 फाइटर जेट्स ने 26 फरवरी को सुबह होने से पहले अपने एयरबेस से उड़ान भरी। IAF जेट्स ने जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा को पार किया और बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी शिविर को गाइडेड मिसाइल से निशाना बनाया। इसमें अनुमानतः 170-200 आतंकियों को मार गिराया। इसमें कई कमांडर भी ढेर हुए थे।
बालाकोट एयरस्ट्राइक की पूरी योजना बेहद गोपनीय तरीके से बनाई गई थी। इसकी जानकारी कुछ चुनिंदा लोगों को ही थी। बालाकोट हवाई हमले ने भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव और हवा दे दिया । हवाई हमले ने दिल्ली और इस्लामाबाद को एक सशस्त्र संघर्ष के कगार पर धकेल दिया, पाकिस्तान वायु सेना ने 27 फरवरी को एक दिन बाद जवाबी हमले का प्रयास किया था।

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