पंजाब में पीएम मोदी की सुरक्षा को लेकर जो चूक हुई है उसको लेकर कई सवाल के बीच एक वीडियो आज सोशल मीडिया में चर्चा में बना हुआ है। खालिस्तानियों द्वारा पीएम मोदी का एक एनिमेटेड वीडियो तैयार किया गया था जिसमे वही दिखाया गया था जो पीएम मोदी के सात बुधवार को पंजाब में घटित हुआ।
खालिस्तानियों का विडियो आया सामने
बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में बड़ी सेधमारी हुई थी। दरअसल पंजाब के फिरोजपुर में पीएम मोदी को रैली करने के लिए जाना था। लेकिन उससे पहले एक फ्लाइओवर में कुछ प्रदर्शनकारी पीएम का रास्ता रोकने के लिए बैठे हुए थे। इतनी ही नहीं पीएम मोदी के काफिले को 15 से 20 मिनट तक वहीं पर रोकना भी पड़ा और जिसके नतीजतन वे दिल्ली की ओर रवाना हुए। वहीं पीएम मोदी की सुरक्षा में हुई चूक को लेकर सियासी पारा भी लगातार बढ़ता जा रहा है। इस घटनाक्रम पर अब नए-नए एंगल सामने आ रहे है। पीएम की सुरक्षा में हुई चूक में खालिस्तानियों का हाथ भी बताया जा रहा है। ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। इस घटना से ठीक साल भर पहले इसी तरह का एक एनिमेटेड वीडियो तैयार किया गया था। ये एनिमेटेड वीडियो यूट्यूब में एक साल पहले खालिस्तानियों द्वारा डाला गया था, जिसमें पीएम मोदी को फ्लाईओवर के ऊपर किसानों द्वारा रोककर, घेरकर मारने की कोशिश की जाती है।
अब इसे इत्तेफाक़ तो नहीं कह सकते ?
ये एनिमेटेड वीडियो 2020 में खालिस्तानियों ने YouTube पर बनाया था
और पंजाब में फ्लाईओवर पर मोदी जी के साथ कुछ ऐसा ही हुआ है pic.twitter.com/5CK49TiDUZ— Social Tamasha (@SocialTamasha) January 7, 2022
पहले भी किसान आंदोलन के दौरान पीएम के लिए गलत शब्दों का हो चुका इस्तेमाल
ऐसा नही है कि ये विडियो नया है। इससे पहले भी किसान आंदोलन के दौरान पीएम मोदी को मारने वाले बयान सामने आ चुके है और अब ये विडियो बता रहा है कि पीएम मोदी के लिये पंजाब में सुरक्षा कितनी चाकचौबंद होना चाहिए था लेकिन पंजाब पुलिस और सरकार ऐसा करने में विफल रही। दोनो की कोताही के चलते बड़ा हादसा हो सकता था जिसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।
वहीं अब वीडियो के सामने आने के बाद पीएम मोदी की सुरक्षा में हुई सेंध का मसला और गर्मा सकता है। इसके साथ पंजाब की चन्नी सरकार की भी मुश्किलें बढ़ सकती हैं। मगर अहम सवाल ये है कि आखिर पीएम मोदी के साथ ठीक वैसा ही बर्ताव करने की कोशिश क्यों की गई।