मोदी सरकार को आज सात साल पूरे हो गए हैं। अगर इन सात सालों पर नजर डाले तो आप ये जरूर देखेगे कि सरकार ने ऐसे फैसले लिये है जिनके चलते देश में बड़े परिवर्तन देखे गये है। चलिये आज ऐसे ही सात फैसलो के बारे में बात करते है जिसने देश में खूब सुर्खियां बटोरी।
बैंकों का विलय
देश की आर्थिक हालात को और बेहतर बनाने के लिये सरकार ने 1 अप्रैल 2020 में विलय करने का फैसला किया सरकार के इस फैसले का असर ये होगा कि बैंकों को बढ़ते NPA से राहत मिलेगी और उपभोक्ताओं को बेहतर बैंकिंग सुविधाएं मुहैया होगी। सरकार ने दस सरकारी बैंकों का विलय करके चार बड़े बैंक बनाने का ऐलान किया। ऐसा करने के बाद देश की जनता को फायदा भी हुआ। आज ग्राहकों को बेहतर सुविधा मिल रही है, बैंकों का खर्च कम हुआ, बैंकों की प्रोडक्टिविटी बढ़ी। बैंक की आमदनी बढ़ने में मदद मिली। टेक्नोलॉजी में ज्यादा निवेश करने का मौका मिला। इसके साथ ही बेहतर ढंग से प्राइवेट बैंक से मुकाबला करने की कोशिश कर पा रहे हैं। डूबते लोन को काबू करने में भी मदद मिली।
CAA को किया लागू
नागरिकता संशोधन अधिनियम यानी CAA को मोदी सरकार ने 10 जनवरी 2020 को लागू कर दिया जिसके बाद बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान से आए गैर-मुस्लिम यानी हिन्दू, बौद्ध, जैन, सिख, पारसी और इसाई प्रवासियों को नागरिकता देता है। पहले इन लोगों को भारत की नागरिकता पाने के लिए भारत में 11 साल रहना होता था। नागरिकता संशोधन बिल के बाद ये अवधि 11 साल से घटाकर 6 साल हो गई। इस फैसले से कई सालों से अवैध रूप से भारत में रह रहे लोगों को भारतीय नागरिकता पाने की राह आसान हुई।
कश्मीर को धारा 370 से किया मुक्त
5 अगस्त 2019 को कश्मीर को लेकर वो फैसला लिया गया जिसके बाद से कश्मीर में अमन की बहार देखा जा रहा है। जी हां, आप सही समझे इसी दिन धारा 370 को कश्मीर से हटा दिया गया जिसके बाद कन्याकुमारी से कश्मीर तक एक भारत का सपना सच हुआ। सबसे खास बात ये रही कि इस फैसले के बाद कश्मीर में तेजी के साथ विकास काम किया जा रहे है तो आतंकवाद भी थमता हुआ नजर आ रहा है।
चीन को सबक
आजादी के बाद चीन लगातार भारत की सीमाओं पर दादागिरी करता रहता था लेकिन मोदी सरकार के आने के बाद से ही चीन की दादागिरी सीमापर कम हुए पहले तो दिन ने अरुणाचल प्रदेश में अपनी सेना को पीछे किया तो लद्दाख विवाद के बाद चीन को अपनी सेना वहां से भी पीछे करना पड़ा। भारतीय फौज की मुस्तैदी और फौज को सरकार की पूरी खुली छूट का नतीजा है कि चीन आज भारत को आंख नहीं दिखाता बल्कि शांति वर्ता करने के लिये बोलता है।
तीन तलाक का खात्मा
मोदी सरकार ने तीन तलाक खत्म करके एक मिसाल कायम की तो एक विशेष वर्ग की महिलाओं को ताक भी प्रदान की जिसकी मांग वो काफी समय से करती आई थी। सरकार की माने तो तीन तलाक पर रोक के बाद करीब तलाक के मामलो में करीब 30 फीसदी की गिरावट देखी जा रही है जो ये बताती है कि ये फैसला कितना जरूरी था। हालाकि इस पर कई विवाद जरूर खड़े किये गये लेकिन इसके बावजूद भी आज इसे सरकार का एक सफल फैसला माना जाता है।
एक देश एक टैक्स यानी GST
जीएसटी के लागू होने के बाद देश के अर्थ जगत में बहुत बड़ा बदलाव देखा गया जहां कारोबारियों को कागजी जाल से मुक्ति मिली तो वही सरकार के पास भी टैक्स का पैसा पहले से ज्यादा आने लगा। वही बिजनेस करने वालो को एक राज्य से दूसरे राज्य में बिजनस करने में भी आराम हुआ जिसे उत्पादन की क्षमता बढ़ी।
आत्मनिर्भर भारत
कोरोना काल में जब दुनिया की हालत खराब थी तो मोदी सरकार ने इस आपदा में भी अवसर खोज निकाला और तेजी के साथ घरेलू उत्पादन को बढ़ाने की अपील की। आत्मनिर्भर भारत बनाने की ये अपील कारगर भी साबित हुई जिसके चलते आज भारत वो सब सामान बना रहा है जो कभी वो बाहर से आयात करता था मसलन वेंटिलेटर, पीपीई किट, सहित तमाम ऐसे सामान है जो आज भारत में तैयार हो रहे है जो पहले नहीं बना करे थे इतना ही नही सरकार के इस कदम का असर ये हुआ कि विदेशी निवेश भी भारत में खूब बढ़ा। तभी 2014 में जो विदेशी निवेश 35 मिलियन डॉलर का था वो आज 82 मिलियन डॉलर तक पहुंच गया।
वैसे इससे पहले नोटबंदी पाकिस्तान पर सर्जिकल स्ट्राइक सहित और भी कई छोटे बड़े फैसले सरकार ने लिये जिसकी वजह से आज विश्व में भारत की एक अलग छवि उभरकर सामने आई है जो ये बता रही है कि भारत अब तेजी के साथ आगे बढ़ रहा है।